उम्मीदों के दीये जले
.............................
बीते साल के दर्द हरे ही हैं,
फिर भी उम्मीदों के दीये जले,
व्यक्ति, समाज और व्यवस्था में,
पवित्र संस्कारों को प्रवेश मिले,
मिल दुआ करें हम हे परमेश्वर,
हर भारतवासी बढ़े, फुले - फले.
ॐ . ੴ . اللّٰه . † …….
Om.Onkar. Allâh.God…..
Jai Hind! Jai Jagat (Universe)!
- ग़ुलाम कुन्दनम
स्वयंसेवक,
इंडिया अगेंस्ट करप्शन & आम आदमी पार्टी.
९९३१०१८३९१.
FB link :
https://www.facebook.com/ghulam.kundanam/posts/507444709300215?ref=notif¬if_t=like
No comments:
Post a Comment