मौलिक भारत, नेशनल यूथ पार्टी व सहयोगी संगठनों का संकल्प
गाँधी जयन्ती से दिल्ली एनसीआर में चलायेगें बड़ा सामाजिक जागरूकता अभियान
नषा नियंत्रण-अष्लीलता पर रोक-नारी उत्पीड़न से मुक्ति
द्य घर परिवार के सदस्यों एवं समाज में संवाद की निरंतरता एवं गहराई हो जिससे अकेलापन, अवसाद, तनाव जैसी स्थितियां न आ सकें और व्यक्ति नशे, नग्नता व नारी उत्पीडऩ जैसी घटनाओं को अंजाम न दे सके।
द्य व्यक्ति में आत्मबल, आत्संयम व आत्मअनुशासन जैसे तत्वों का समावेश करने हेतु सामाजिक अभियान चलाया जाना चाहिए।
द्य सभी सदस्य पहले अपने घर, फिर अपने गली, मोहल्ले, सेक्टर आदि में जनजागरूकता अभियान चलायें और फिर सार्वजनिक स्थलों यथा मंदिर, पार्क व स्कूलों में जन जागरूकता अभियान शुरू किये जायें।
द्य प्राथमिक चरण के रूप में नशे व अश्लीलता पर नियंत्रण की बात हो और अन्तत: इन पर पूर्ण प्रतिबंध लगना चाहिए।
द्य आबकारी, मद्य नियंत्रण विभाग और नशे से संबंधित सभी कानून, अश्लीलता व पोर्न को नियंत्रित करने वाले कानून, नारी उत्पीडऩ को रोकने वाले कानून, ये सभी राज्य सूची में न होकर संविधान की समवर्ती सूची में हो ताकि केन्द्र सरकार प्रभावी कानून बनाकर जनहित में आवश्यक कदम उठा सके।
द्य गृह, आईटी, सूचना प्रसारण, शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्रालयों को एक-एक मांग पत्र दिया जाये जिसमें बिन्दूवार स्पष्ट मांगें हों तथा सभी आंदोलनकारी संगठनों का संयुक्त प्रतिनिधिमंडल इन मंत्रियों से मुलाकात कर स्थितियों को स्पष्ट करें।
द्य सितम्बर के अंतिम सप्ताह में एक बड़ी सेमिनार का आयोजन किया जाये जिसमें उपरोक्त विभागों के सभी मंत्रियों व अधिकारियों को आमंत्रित किया जाये और उनसे सरकार की नीतियों पर स्पष्टता ली जाये। यदि सरकार सही दिशा में कदम उठाती दिखाई देती है तो इंतजार किया जाये और अगर सरकार का रवैया टालू दिखे तो दो अक्टूबर को जंतर-मंतर पर बड़ी जनसभा की जाये और विधिवत लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन छेड़ दिया जाये।
द्य श्री सुरेश शर्मा आंदोलन के संयोजक रहेंगे जो सभी सदस्यों से मंत्रणा कर विभिन्न समितियों का गठन करेंगे।
गाँधी जयन्ती से दिल्ली एनसीआर में चलायेगें बड़ा सामाजिक जागरूकता अभियान
नषा नियंत्रण-अष्लीलता पर रोक-नारी उत्पीड़न से मुक्ति
प्रमुख सुझाव व निर्णय
द्य शिक्षा का मैकालिकरण रूके एवं योग, अध्यात्म तथा नैतिक शिक्षा का स्कूली पाठ्यक्रम में पुन: समावेश हो।
द्य शिक्षा का मैकालिकरण रूके एवं योग, अध्यात्म तथा नैतिक शिक्षा का स्कूली पाठ्यक्रम में पुन: समावेश हो।
द्य घर परिवार के सदस्यों एवं समाज में संवाद की निरंतरता एवं गहराई हो जिससे अकेलापन, अवसाद, तनाव जैसी स्थितियां न आ सकें और व्यक्ति नशे, नग्नता व नारी उत्पीडऩ जैसी घटनाओं को अंजाम न दे सके।
द्य व्यक्ति में आत्मबल, आत्संयम व आत्मअनुशासन जैसे तत्वों का समावेश करने हेतु सामाजिक अभियान चलाया जाना चाहिए।
द्य सभी सदस्य पहले अपने घर, फिर अपने गली, मोहल्ले, सेक्टर आदि में जनजागरूकता अभियान चलायें और फिर सार्वजनिक स्थलों यथा मंदिर, पार्क व स्कूलों में जन जागरूकता अभियान शुरू किये जायें।
द्य प्राथमिक चरण के रूप में नशे व अश्लीलता पर नियंत्रण की बात हो और अन्तत: इन पर पूर्ण प्रतिबंध लगना चाहिए।
द्य आबकारी, मद्य नियंत्रण विभाग और नशे से संबंधित सभी कानून, अश्लीलता व पोर्न को नियंत्रित करने वाले कानून, नारी उत्पीडऩ को रोकने वाले कानून, ये सभी राज्य सूची में न होकर संविधान की समवर्ती सूची में हो ताकि केन्द्र सरकार प्रभावी कानून बनाकर जनहित में आवश्यक कदम उठा सके।
द्य गृह, आईटी, सूचना प्रसारण, शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्रालयों को एक-एक मांग पत्र दिया जाये जिसमें बिन्दूवार स्पष्ट मांगें हों तथा सभी आंदोलनकारी संगठनों का संयुक्त प्रतिनिधिमंडल इन मंत्रियों से मुलाकात कर स्थितियों को स्पष्ट करें।
द्य सितम्बर के अंतिम सप्ताह में एक बड़ी सेमिनार का आयोजन किया जाये जिसमें उपरोक्त विभागों के सभी मंत्रियों व अधिकारियों को आमंत्रित किया जाये और उनसे सरकार की नीतियों पर स्पष्टता ली जाये। यदि सरकार सही दिशा में कदम उठाती दिखाई देती है तो इंतजार किया जाये और अगर सरकार का रवैया टालू दिखे तो दो अक्टूबर को जंतर-मंतर पर बड़ी जनसभा की जाये और विधिवत लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन छेड़ दिया जाये।
द्य श्री सुरेश शर्मा आंदोलन के संयोजक रहेंगे जो सभी सदस्यों से मंत्रणा कर विभिन्न समितियों का गठन करेंगे।
With regards
Anuj Agarwal
National Gen. Secretary
Maulik Bharat Trust
09811424443
Rajkumar Singh
President
National Youth Party
Rajneesh Jha
Program Coordinator
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